ग़ज़ा में जंग के साथ कुपोषण की मार

वीडियो कैप्शन,
ग़ज़ा में जंग के साथ कुपोषण की मार

ग़ज़ा में जान जाने का ख़तरा बमों या धमाकों से ही नहीं है. इसराइल ने 11 हफ़्तों तक जो मदद रोकी थी, उससे भी हालात बेहत खराब हुए हैं.

देखिए बीबीसी संवाददाता फ़र्गल कीन की रिपोर्ट. जिसके कुछ हिस्से आपको परेशान कर सकते हैं.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और व्हॉट्सऐप पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)